गोंडावन राज्य के राजा की मृत्योपरांत अकबर की दृष्टि उसे हथियाने पर थी। परंतु वहाँ की #रानी_दुर्गावती ने मुगलों की हुकूमत को स्वीकार नहीं किया। उन्होंने स्वयं रणक्षेत्र में उतरकर शत्रुओं से लड़ाई लड़ी।
24 जून, 1564 को लड़ते-लड़ते, रानी वीरगति को प्राप्त हुई।
🙏उनके बलिदान को नमन 🙏
भारत का गौरवमयी इतिहास || सुनें गाथा - रानी दुर्गावती की
विदेशी मानसिकता से ग्रसित राजनीतिज्ञों, इतिहासकारों ने हमारे देश व यहाँ के वीर-वीरांगनाओं को इतिहास से विलुप्त कर दिया।
हम चाहते हैं कि भारत का गौरवमयी इतिहास सभी जानें जिससे स्वाभिमान, देशप्रेम हमारा स्वभाव बन जाये।
सुनें गाथा #रानी_दुर्गावती की 👇
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